आरती तुकारामा।
स्वामी सद्गुरुधामा।
सच्चिदानंदमूर्ती।
पाय दाखवी आम्हा॥धृ॥
राघवे सागरात।
पाषाण तारिले
तैसे हे तुकोबाचे।
अभंग उदकी रक्षिले॥१॥
तुकिता तुलनेसी।
ब्रह्म तुकासी आले॥
म्हणोनि रामेश्वरे।
चरणी मस्तक ठेविले॥२॥
आरती तुकारामा।
स्वामी सद्गुरुधामा।
सच्चिदानंदमूर्ती।
पाय दाखवी आम्हा॥धृ॥
राघवे सागरात।
पाषाण तारिले
तैसे हे तुकोबाचे।
अभंग उदकी रक्षिले॥१॥
तुकिता तुलनेसी।
ब्रह्म तुकासी आले॥
म्हणोनि रामेश्वरे।
चरणी मस्तक ठेविले॥२॥