व्यासजी

हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्‌को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।


भजन संग्रह - राधा बल्लभ मेरौ प्यारौ...


 राधा बल्लभ मेरौ प्यारौ ।
सरबोपरि सबहीकौ ठाकुर, सब सुखदानि हमारौ ॥
ब्रज बृंदाबन नाइक सेवालाइक स्याम उज्यारौ ।
प्रीत रीत पहचानै जानै रसिकनकौ रखवारौ ॥
स्याम कमल-दल-लोचन मोचन दुख नैननकौ तारौ ।
अवतारी सब अवतारनकौ महतारी महतारौ ॥
मूरतिवंत काम गोपिनको गाय गोप को गारौ ।
ब्यासदासकौं प्रान सजीवन छिनभर हृदय न टारौ ॥