श्लोक
श्लोक
- विश्वेश्वराय वरदाय
- गायत्री मंत्र
- या देवी सर्वभूतेषु
- या कुन्देंदु तुषारहार
- शांताकारम भुजंगशयनम
- श्री राम चंद्र कृपालु भजमन
- महामृत्युंजय मंत्र
- शिव ताण्डव स्तोत्रम
- असतो मा सदगमय
- सत्यं ब्रूयात् प्रियं ब्रूयात्
- यथा शिखा मयूराणां
- बहुभिर्प्रलापैः किम्
- यानि कानि च मित्राणि
- कर्पूर गौरम करूणावतारम
- श्री महालक्ष्मी अष्टकम
- विश्वेश्वराय वरदाय
- गायत्री मंत्र
- या देवी सर्वभूतेषु
- या कुन्देंदु तुषारहार
- शांताकारम भुजंगशयनम
- श्री राम चंद्र कृपालु भजमन
- महामृत्युंजय मंत्र
- शिव ताण्डव स्तोत्रम
- असतो मा सदगमय
- सत्यं ब्रूयात् प्रियं ब्रूयात्
- यथा शिखा मयूराणां
- बहुभिर्प्रलापैः किम्
- यानि कानि च मित्राणि
- कर्पूर गौरम करूणावतारम
- श्री महालक्ष्मी अष्टकम