मीराबाई के भजन
मीराबाई के भजन
- दरस म्हारे बेगि दीज्यो जी
- मोहन गिरवरधारीको म्हारो प्रणाम
- मीरा शरण गही चरणन की लाज रखो महाराज
- मीरा के प्रभु गिरधर नागर काटो जम का फंदा
- दूर नगरी बड़ी दूर नगरी-नगरी कैसे आऊं मैं तेरी गोकुल नगरी
- आज मोहिं लागे वृन्दावन नीको
- पायो जी म्हे तो राम रतन धन पायो
- राणोजी रूठे तो म्हारो कांई करसी म्हे तो गोविन्दरा गुण गास्यां हे माय
- तेरो कोई नहिं रोकणहार मगन हो मीरा चली
- मैं गिरधर के घर जाऊं
- स्याम मने चाकर राखो जी गिरधारी लाला चाकर राखो जी
- सहेलियां साजन घर आया हो
- हे मेरो मनमोहना आयो नहीं सखी री
- गोबिन्द कबहुं मिलै पिया मेरा
- दरस म्हारे बेगि दीज्यो जी
- मोहन गिरवरधारीको म्हारो प्रणाम
- मीरा शरण गही चरणन की लाज रखो महाराज
- मीरा के प्रभु गिरधर नागर काटो जम का फंदा
- दूर नगरी बड़ी दूर नगरी-नगरी कैसे आऊं मैं तेरी गोकुल नगरी
- आज मोहिं लागे वृन्दावन नीको
- पायो जी म्हे तो राम रतन धन पायो
- राणोजी रूठे तो म्हारो कांई करसी म्हे तो गोविन्दरा गुण गास्यां हे माय
- तेरो कोई नहिं रोकणहार मगन हो मीरा चली
- मैं गिरधर के घर जाऊं
- स्याम मने चाकर राखो जी गिरधारी लाला चाकर राखो जी
- सहेलियां साजन घर आया हो
- हे मेरो मनमोहना आयो नहीं सखी री
- गोबिन्द कबहुं मिलै पिया मेरा